Site icon Dainik Hindi

Bakrid Mubarak – ईद उल अजहा मुबारक

Bakrid Mubarak – ईद उल अजहा मुबारक

पूरे देश में आज ईद उल अजहा का त्यौहार बड़ी धूम धाम से मनाया जा रहा है। बकरीद मुस्लिम समुदाय का महत्वपूर्ण त्योहार है मुस्लिम समुदाय में इसे लेकर अलग ही उत्साह है यह त्यौहार अल्लाह की राह में इंसान को खुद को समर्पित करने का जज्बा पैदा करता है।

इस दिन लोग जानवर की कुर्बानी देकर अल्लाह ताला का शुक्र अदा करते हैं और जरूरतमंद एवं बेसहारा लोगों की मदद करते है। सभी घरों में तरह-तरह के पकवान बनाए जाते हैं। आप भी अपने अजीज लोगों को Bakrid Mubarak (ईद उल अजहा) का मुबारक संदेश भेजकर अपनी खुशी का इजहार कर सकते हैं।

Bakrid Mubarak का इतिहास

इस्लाम धर्म में विश्वास करने वाले लोगों का एक प्रमुख त्यौहार है। रमजान के पवित्र महीने की समाप्ति के लगभग 70 दिनों बाद इसे मनाया जाता है। इस्लामिक मान्यता के अनुसार हज़रत इब्राहिम अपने पुत्र हज़रत इस्माइल को इसी दिन खुदा के हुक्म पर खुदा कि राह में कुर्बान करने जा रहे थे, तो अल्लाह ने उसके पुत्र को जीवनदान दे दिया जिसकी याद में यह पर्व मनाया जाता है।

इस ईद को विभिन्न नामों से जाना जाता है जैसे

Bakrid Mubarak: त्याग की भावना

Bakrid Mubarak (ईद उल अजहा) का त्यौहार हिजरी के आखिरी महीने के दसवें दिन मनाते हैं पूरे दुनिया के मुसलमान भाई इस महीने में सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का में एकत्रित होकर हज मनाते हैं दुनिया भर के मुसलमानों का एक समूह मक्का में हज करता है इस दिन जानवर की कुर्बानी देना भी एक प्रकार की प्रतीकात्मक कुर्बानी है

Bakrid Mubarak: ईद की नमाज़

ईद उल अजहा के दिन मस्जिदों में बड़ी संख्या में मुसलमान इकट्ठा होते हैं। लाखों की संख्या में मुस्लिमों द्वारा सफेद कुर्ते में ईदगाह यानी बड़े मस्जिद में ईद की नमाज़ अदा करने का यह दृश्य बेहद ही सुखद होता है। नमाज़ अदा करने के बाद चौपाया जानवरों जैसे- ऊंट, बक़रा, खस्सी, भेड़ इत्यादि की कुर्बानी दी जाती है।

Bakrid Mubarak: बकरीद की मुबारकबाद

अन्य खबरों के लिए क्लिक करें

Exit mobile version